Beti

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राजीव-बधाई हो दोस्त लक्ष्मी जी का तीसरा अवतार जो तेरे घर आया है।
आशुतोष-राजीव ! वास्तव में बेटी मेरे लिए लक्ष्मी ही हैं।
राजीव-लेकिन भाई मेरे तीन तीन बेटियों के विवाह के लिए अभी से व्यवस्था करनी पड़ेगी। आखिर महंगाई का जमाना है। एक नौकरी में सब कैसे कर पाओगे?
आशुतोष-चिंता मत कर राजीव बेटियां अपना भाग्य खुद लेकर आती हैं,हमें तो बस उन्हें अच्छी राह दिखानी होती है। थोड़ा मार्गदर्शन करना होता है।
राजीव-भाई मैं ठहरा साफ्टवेयर इंजीनियर , तुम्हारी दार्शनिक बातें मेरी समझ में नहीं आने वाली। चल खाना खाते हैं।

Publisher ‏ : ‎ Pen Pocket Books; 1st edition (January 2022)
Language ‏ : ‎ Hindi
Paperback ‏ : ‎ 100 pages
ISBN ‏ : ‎9789394104068
Item Weight ‏ : ‎96 g
Country of Origin ‏ : ‎ India

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