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  • 90’s Love

     

    ABOUT AUTHOR

    जुनैद चौधरी कहानी नहीं लिखते बल्कि किस्से सुनाते हैं, किस्से भी वो जो लोगों की असल जिंदगी से जुड़े होते हैं, इन्होंने किस्सों की शुरुआत 2014 से ही कर दी थी। ऑनलाइन प्लेटफार्म पर लाखों पाठकों का प्यार मिलने के बाद अब इन्होंने पेपरबैक बुक्स लिखनी शुरू की है, इस से पहले इनकी बुक “कानपुर वाला” को एक लाख से ज़्यादा पाठक पढ़ चुके हैं।

    BOOK DESCRIPTION

    90’s लव किताब खूबसूरत छोटी कहानियों का एक संकलन है, ये किताब उन लोगों के लिए ख़ास है जो सन 1990 के बाद पैदा हुए हैं, ये वो पीढ़ी है जिसके सामने सोशल मीडिया ने जन्म लिया है, यही वो पीढ़ी है जिसने सबसे पहले सोशल मीडिया की अच्छाइयों और बुराइयों को जाना है, ये पीढ़ी गवाह है मुहब्बत (रिलेशनशिप) में आई अचानक क्रांति की,फेक मुहब्बत से लेकर फेक आइडियो तक का सफर इसी पीढ़ी ने तय किया है, ये पीढ़ी बेहद ख़ास है, और इस ख़ास पीढ़ी को ही मैं ये किताब समर्पित करता हूँ, इसमें लिखी हर कहानी आपको अपनी या किसी अपने की कहानी लगेगी। अगर आप फिर से उसी दौर को जीना चाहते हैं तो ज़रूर पढ़ें 90’s लव।

     

    160.00
  • Anamika (Kavya Sangrah)

    ” अनामिका अस्तित्व की तलाश”, यह किताब कुछ गिने चूने बेहतरीन कविताओं का संग्रह है, जिसे मैंने बड़े प्यार से तलाशा है, जैसे कोई जोहरी हीरे को तलाशता है। पहली कोशिश से मैं ये किताब बनाने में कामयाब हो पाई हो। इस किताब में आपको देशभक्ति, मोहब्बत, रिश्तों का अनमोल साथ, कुछ सामाजिक मुद्दों पर मेरे द्वारा किया प्रहार भी मिलेगा जैसी कि बालिका वधु, आरक्षण, दहेज, भूख आदि। कभी जिंदगी में ना हारने के जज्बे के साथ अपनी कमजोरी पर कैसे काबू पाए ये भी मिलेगा जैसी कि गुस्सा आदि। नारी के विभिन्न रुप जैसे बेटी, मां, पत्नी और बहन आदि के दर्शन आपको मेरी कविता में मिलेगी

    175.00
  • Babuji Tatha annya Kahaniyan

    ‘बाबूजी तथा अन्य कहानियाँ’ एक कहानी-संग्रह है जिसमें कुल अट्ठाईस सुंदर-सशक्त कहानियाँ संगृहीत हैं। चौदह लेखक की स्वरचित कहानियां हैं और शेष चौदह कश्मीरी से उनके द्वारा अनुवादित हैं। संग्रह की अधिकांश कहानियाँ अपने समय में देश की प्रसिद्ध पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं और खूब प्रशंसित हुई हैं।कहानियों के विविधायामी कथानक मानव-जीवन की सच्चाइयों की सुंदर व्याख्या करते हैं और साथ-ही-साथ मानव-स्वभाव की पेचीदगियों से भी रू-ब-रू कराते हैं

    171.00
  • Beti

    राजीव-बधाई हो दोस्त लक्ष्मी जी का तीसरा अवतार जो तेरे घर आया है।
    आशुतोष-राजीव ! वास्तव में बेटी मेरे लिए लक्ष्मी ही हैं।
    राजीव-लेकिन भाई मेरे तीन तीन बेटियों के विवाह के लिए अभी से व्यवस्था करनी पड़ेगी। आखिर महंगाई का जमाना है। एक नौकरी में सब कैसे कर पाओगे?
    आशुतोष-चिंता मत कर राजीव बेटियां अपना भाग्य खुद लेकर आती हैं,हमें तो बस उन्हें अच्छी राह दिखानी होती है। थोड़ा मार्गदर्शन करना होता है।
    राजीव-भाई मैं ठहरा साफ्टवेयर इंजीनियर , तुम्हारी दार्शनिक बातें मेरी समझ में नहीं आने वाली। चल खाना खाते हैं।

    149.00
  • Chandni

    चॉंदनी काव्य संग्रह पुस्तक में प्रकृति की सजीव झांकियों नदियों, प्रपातों , वर्षा ऋतु , ऋतुराज बसन्त, बादलों की महिमा, मॉं सरस्वती की वन्दना, सावन मास, मनुष्य जीवन की गतिविधियों और ,नारी की गरिमा तथा मॉं की ममता ,गुरु सम्बन्धी दोहे, भोर और सांयकालीन बेला आदि को कविताओं के द्वारा प्रस्तुत करने का सुमधुर और सरस प्रयास किया गया है !

    175.00
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    CRIMINALS – Mission start now (Book 1)

    मेरा नाम निशा है , इस कहानी की शुरुवात मुझसे ही होती है। मेरा मान ना है की क्राइम के होने की अपनी कोई वजह हो ना हो , क्रिमनल्स के होने की वजह ज़रूर होती है। मुझसे किसी ने प्यार किया , फिर धोखा दिया , फिर मेर गैंगरेप हुआ और फिर वो आये जिन्हे मैं क्रिमनल्स कहती हूँ। वो क्रिमिनल्स जिन्होंने मुझे मज़बूत बनाया , जीना सिखाया। मेरी ज़िन्दगी एक तिलिस्म है जिसे मैं तोडना चाहती हूँ लेकिन चाहकर भी तोड़ नहीं सकती क्योकि मैं जिनके बीच हूँ , जिनके साथ हूँ वो ऐसे वैसे क्रिमिनल्स नहीं हैं , वो अलग हैं तेज़ हैं खतरनाक हैं। मेरे जीवन के चार रहस्य हैं – कमिटी , मेडिकल एरर , एजेंट सेवन और तीन वीडियो क्लिप। इन रहस्यों को जान ने के बाद मुझे अहसास हुआ कि मैंने ये राज़ क्यों जाना। मुझे नहीं जान ना चाहिए था। अब मैं अपने आप से ही नफरत करने लगी हूँ , जबकि मुझे अपने आप से नफरत करने की वजह भी कुछ सही नहीं लगती .

    220.00299.00
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  • Dalangal

    വിവരണം 150 ഇൽ പരം ചെറുകവിതകളുടെ ഒരു കൂട്ടമാണ് ദളങ്ങൾ. പ്രണയം നിരാശ പ്രതീക്ഷ ഹാസ്യം എന്നീ മനുഷ്യമനസിന്റെ വ്യത്യസ്ത വികാരങ്ങൾ പ്രതിഫലിക്കുന്ന കവിതകളാണ് ദളങ്ങൾ എന്ന ഈ കവിത സമാഹാരത്തിൽ ഉള്ളത്. ചാറ്റൽ മഴയും, ഇളം കാറ്റും, അസ്തമയ സൂര്യനും നിറഞ്ഞ പ്രകൃതി സൗന്ദര്യം പ്രണയ കവിതകളിൽ പ്രതിപാദിച്ചിട്ടുണ്ട്. നഷ്ട സ്വപ്നങ്ങളുടെ ഒരുപിടി കണ്ണുനീർ ആണ് പൂർണ്ണമായ കവിതകളിൽ നിഴലിച്ചു നിൽക്കുന്നത്. ഹാസ്യത്തിൽ സമൂഹത്തിലെ ചില തെറ്റിദ്ധാരണകളാണ് ചൂണ്ടിക്കാണിച്ചിട്ടുള്ളത്. ചെറിയതോതിൽ സാമൂഹിക പ്രാധാന്യമുള്ള വിഷയങ്ങളും ഉൾപ്പെടുത്താൻ ശ്രമിച്ചിട്ടുണ്ട്.

    250.00
  • Eka Ratricha Mukkam

    “एका रात्रीचा मुक्काम” हा अनेक कथांचा भावस्पर्शी कथा संग्रह आहे.यातील कथा वाचकास खिळवुन ठेवतात.यातील “प्रेम सुंगध” या कथेत प्रेमात त्याग व सत्य असेल तर ते खुप सुंदर होऊन त्याचा सुगंध दळवळत राहतो.”पश्चात्ताप” कथेतील नायक देव पश्चात्तापने होळपळतो आणि ख-या प्रेमाच्या अपेक्षेने एका काळी असलेल्या प्रेयसी व आता परीस्थितीने वेश्या व्यवसायाकडे वळलेल्या अमृताच्या मागे विनवणी करीत फीरतो.पण ती त्याच्याकडे दुर्लक्ष करुन एक प्रकारे सुडच घेते.”एका रात्रीचा मुक्काम” या चित्त थरारक कथेत अदीला भेटलेल्या लावण्यवतीच्या जिवनातील अनिश्चितता बरचं काही सागून जाते.”गहीरे तळे” या कथेतील रहस्य आपणास गुढ आणि रहस्यमयी वातावरणात घेवून जाते.या संग्रहातील कथेत विविधता असून मानवी मनाचे रोमहर्षक खेळ आपणास समजून घेता येतात.या सा-या कथांचा गाभा हा ‘प्रेम त्याग शारीरिक आकर्षण’ हा आहे.

    160.00
  • ISHQ CHANDNI

    यह किताब सामान्य जनमानस के मनोदशाओं को चित्रित करता है! बारिश,गर्मीऔर सर्दी से बुने शब्द आपके हृदय तक पहुंचेंगे! मैं आभार व्यक्त करता हूं अपनी अनादि प्रेयसी वैशाली का जिनके कारण यह संभव हो सका! सूफियाना इश्क से लेकर दर्दनाक वियोग तक का सफर आपके लिए बहुत किस काव्य में प्रस्तुत है! आप सभी पाठक गणों से अपेक्षा है कि पूरे धैर्य के साथ कविताओं का आनंद लें।
    231.00
  • Jina isi ka Naam

    बारह कहानियों का संग्रह ‘जीना इसी का नाम’ श्री रामेंद्र कुशवाहा का चौथा कथा संग्रह है। संकलन की कथाऐं कहती हैं कि संघर्ष ही जीवन है। जीवन की सार्थकता तब एक नया मोड़ ले लेती है जब हम अपने संघर्ष के साथ दूसरों के संघर्ष को भी अपना बना लेते हैं। एक चेहरे पे कई चेहरों का मुखौटा ओढ़े धूर्तो से निपटने की चुनौतियां, कमासुत कुॅवांरी बहन-बेटी के दर्द, सड़ी-गली पुरुष लोलुप पंरपरा के नाम पे नारी देह-भोग की लालसा, आज भी जातिय दंश की यंत्रणा,न्यायिक व्यवस्था की खामिंयां, शिक्षा माफियाओं की मनमानियां “ व्यवहारिक कुरुपता का अभिशात मजबूर-निर्धन औरतों का यौन शोषण एवं तेजी से पनप रही छुटभइये नेताओं की बढती प्रलय कारी धाक और इन सब के बीच पिसती-सिसकती आम जन के कष्टों को दर्शाता यह कथा संग्रह पाठकों कां अपने बीच घटना प्रतीत होती है उनके जीवन का भोगा सत्य-सा लगता है। संग्रह की सभी कहानियों के किरदार अंत समय तक कुव्यवस्थाओं से लड़ते-जूझते रहते हैं। यह बात दीगर है कि इस संग्राम में वे कभी हार जातें हैं,तो कभी जीत का स्वाद चखतें हैं-जीना इसी का तो नाम है।

    265.00
  • Lukaash

    साहिल कम्पनी की ओर से एक मीटिंग अटेंड करने दुबई के लिए घर से निकलता है लेकिन रास्ते में हुए भयानक हादसे की वजह से पहुंच जाता है एक अनजान और सुनसान द्वीप पर । लेकिन वो वहां अकेला नहीं है , वहां रहता है एक खून का प्यासा वेम्पायर और उसकी पिशाच सेना । जो बरसों से इंतजार में हैं किसी ऐसे शख्स की जो बुझाए उसकी खून की प्यास । जिसका मकसद है दुनिया पर हुकूमत कायम करना । जो खुद में समेटे हुए है कई राज । जिसके जाल में फसां साहिल जितना उसे जानने की कोशिश करता है , उतना ही उलझता जाता है ।

    साथ ही मिलते हैं और कुछ ऐसे पात्र जो साहिल की जिंदगी में उथल-पुथल मचा देते हैं । क्या साहिल वेम्पायर के जाल से बच सका ? ऐसे कौन से राज है जिन्हें जानने के बाद साहिल खुद उलझ जाता है ? कौन है वो लोग जो साहिल से मिलते हैं ? जानने के लिए पढ़िए रहस्य , रोमांच , एक्शन के साथ-साथ नफ़रत और जज्बातों से भरी दास्तां – लुकास (खूनी दरिन्दा)

    245.00
  • Man Mukta

    मन मुक्ता’ कविता संग्रह मन मुक्ता का अर्थ है ‘मन का मोती’। इस कविता संग्रह की प्रत्येक कविता मेरे मन से निकला हुआ एक मोती है । मन मुक्ता में मानवीय मन के मोती रुपी भावों (मातृभूमि प्रेम, भक्ति, व्यंग्य, स्त्री विमर्श, बचपन, साहस, दया, दोस्ती इत्यादि) से ओतप्रोत कविताओं को संकलित किया गया है। अभिमन्यु की वीरता, कौन्तेय कर्ण की व्यथा, पृथ्वी राज चौहान का साहस, द्रोपदी का दुख, द्वारकाधीश कृष्ण का ब्रज प्रेम, गांधी का सत्याग्रह, कलाम का विज्ञान इत्यादि पौराणिक व ऐतिहासिक प्रसंगों को इस कविता संग्रह में पिरोया गया है।

    199.00
  • OK – The Feeling Of Love

    OK: the feeling of love is the collection of all the feelings and memories of love ever felt and made in the form of poems and little quotes.

     

    289.00
  • Pahla Padaaw

    योगेन्द्र सिंह द्वारा रचित यह काव्य-संग्रह “पहला पड़ाव” एक जन सामान्य के जीवन-संघर्ष, अनुभव एवं उन मानवीय संवेदनाओं के प्रकटीकरण का सजीव चित्रण करता है, जो दैनिक जीवन में हर मानव के मन को उद्वेलित करतीं हैं। इनकी कविताओं में हर जन सामान्य की भावनाओं को प्रतिलक्षित कर उन्हें हर पाठक से व्यक्तिगत तौर पर जुड़ा हुआ महसूस कराने की अद्भुत क्षमता है। आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि योगेन्द्र सिंह की कविताओं का यह “पहला पड़ाव” आपकी उम्मीदों पर अवश्य करा उतरेगा।

    265.00
  • SARABATIYA – BA LLB

    सरबतिया अभी भी डरी सहमी चादर लपेटे पलंग पर बैठी थी। जब जब नरेन्द्र सिंह की उस पर नज़र पड़ती तो गुस्सा और बढ़ता। ये गुस्सा इतना बढ़ा कि वो सरबतिया का नाम ले गन्दी गन्दी गालियाँ बकने लगे। डरी सहमी होने के बावजूद अपमान सहते सहते सरबतिया के सब्र का बांध तब टूट गया जब नरेन्द्र ने उसे गन्दी नाली कह दिया। बस उसके मुँह से भी निकल गया कि मुझे गन्दी नाली कह रहे हो लेकिन जिस गटर मे तुम मुँह मारना चाहते थे उससे तो ये गन्दी नाली बहुत साफ़ सुथरी है। ये सुनते ही क्रोध मे अंधे हो रहे नरेन्द्र मे एक झटके से अपना रिवाल्वर वाला हाथ मुंशी जी के डर से काँपते हाथों से छुड़ाया और सरबतिया की ओर घुमाया। ये देख भावी अनहोनी की आशंका से अच्छू, नरेन्द्र के रिवाल्वर वाले हाथ पर झपटा । लेकिन वो शरीर का संतुलन न बरकरार रख सका और दोनों एक दूसरे को लिए दिये ज़मीन पर गिर पड़े। तभी गोली चलने की आवाज़ आई, जिससे एक क्षण को सन्नाटा सा हो गया। किसी की समझ मे ही नहीं आया कि दरअसल हुआ क्या ?

    220.00240.00
  • Shabdam

    शब्दम एक ऐसा काव्य संग्रह है जिसमें प्रकति प्रेम वियोग एवं देशप्रेम जैसी अनेक कविताओं को बहुत ही मार्मिक ढंग से दर्शाया गया है शब्दम अनेक विधाओं से संजोया हुआ अनूदित काव्य संग्रह है जो हमारे समाज एवं साहित्य प्रेमियों को एक नई दिसा की ओर ले जायेगा।

    149.00
  • Shabdon ke Mele

    ‘शब्दों के मेले ‘ काव्य संग्रह में यूँ तो विविध प्रकार की कविताओं का रसास्वादन पाठक गण कर सकतें हैं किंतु मुख्य रूप से जीवन में आने वाली चुनौतियों से हार न मानने व अपने जीवन को सार्थक लक्ष्य के साथ जीना यही कविता द्वारा संदेश देने की कोशिश की गई है क्योंकि लक्ष्य विहिन जीवन का कोई मोल नहीं होता |

    265.00
  • Talab

    रोज की तरह आज भी अपनी बुलेट से समर café में आया था, समर का ये रूटीन था कि वो दोपहर का खाना खाकर café में आ जाता था और तब तक रहता था जब तक café बंद ना हो जाये, बुलेट पार्किंग में खड़ी करने के बाद समर अपने ही अंदाज़ में चलता हुआ café में आया, एक नज़र पूरे café में घुमाई और उसकी नज़र काजल पर जाकर ठहर गई, एक पल काजल को देखने के बाद समर अपनी उस सीट की तरफ देखने लगा जहाँ वो रोज़ आकर बैठता था, उसकी सीट पर कोई नहीं बैठा था।

    171.00
  • Vastvachya kathavar

    ‘वास्तवाच्या काठावर’ हा थरारक कथांचा संग्रह आहे. कथा अनेक ट्विस्ट्समधून मार्ग काढतात आणि साध्या सुरुवाती नंतर धक्कादायक टोकांसह समाप्त होतात. कथा संपल्यानंतरही वाचकांच्या मनात रहस्याचा अनुभव रेंगाळत राहतो. ‘सुजाता, सुजाता!’ पुस्तकातील सर्वात लहान कथा आहे जी वाचकाला शेवटी एक भयानक अनुभव देऊन जाते. ‘चीरतरुण’ या कथेला रहस्यासोबत विज्ञानकथेचे स्वरूप लेखकाने दिले आहे. पुस्तकातील इतर कथा सुद्धा साधारण सुरुवातीनंतर पुढे पुढे रहस्याच्या जाळ्यात गुंतत जातात.

    189.00