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Craze Of Jimmi
उपन्यास एक लड़की के जुनून की कहानी है । जुनून एक उड़ान की, संघर्षों से सफलता तक पहुंचने का जुनुन। ये कहानी है एक सच्चे प्रेम की । एक मध्यम वर्गीय परिवार की रहने वाली अनन्या एमी जो ड्रिसिक्यूफू से पीड़ित है । जिसके पास अपने सपनों में अपने भविष्य से संबंधित घटनाओं को देख पाने की शक्ति है । जिसका सपना है एक प्रसिद्ध व शक्तिशाली युवती बनना । उसे एक शक्तिशाली व टाइकून उद्योगपति से आकर्षण हो जाता है । उनके मध्य परस्पर प्रेम पनपता है । अभी उनका प्रेम गठबंधन के प्रथम पड़ाव पर ही रहता है, कि अनन्या एमी का मन पुन: सपनों के तरफ भटकने लगता है और वह अपनी उड़ान के लिए वापस अपने शहर का रुख करती है । विपरीत परिस्थितियों व कठिन संघर्षों का सामना करते हुए अंतत: वह एक सफल व प्रसिद्ध व्यक्तिव बनकर उभरती है
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Dusra Mauka
हीर-रांझा, लैला-मजनू, सोनी-महिवाल और भी ना जाने कितने ऐसे नाम होंगे जिनके इश्क की दास्तां हम सदियों से सुनते आए हैं। लोग मिसाल देते हैं उनके प्रेम की पर क्या उन्हें अपने प्रेम के साथ जिंदगी बिताने का मौका मिला? क्या हर प्रेम कहानी का अंत ऐसा ही दु:खद होता है? क्या दो सच्चे प्रेमी कभी नहीं मिल पाते? या कभी-कभी कुदरत भी उनके प्रेम के आगे झुकती है? क्या होती है कोई ऐसी प्रेम कहानी जो उसे अपने आगे झुकने को मजबूर कर देती है? क्या कुदरत देती हैं किसी को दूसरा मौका एक दूसरे के साथ जीने के लिए? बस इसी सोच पर आधारित है ये पुस्तक दूसरा मौका।
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Kaanpur wala
कानपुर वाला जैसा कि नाम से ही ज़ाहिर है ये किताब कानपुर के इर्द गिर्द घूमती है।इस किताब में एक छोटे से लड़के के जुर्म की दुनिया मे कदम रखने से लेकर कानपुर के सबसे बड़े माफिया बनने तक का सफर है। इस सफर में उसे किन हालातों का सामना करना पड़ता है और किस ऊंचाई तक वो जाता है इसी सफर को आपके लिए लफ़्ज़ों में पिरोया है।
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Maa
समय के अनुसार मां के व्यवहार में होने वाले परिवर्तनों को रचित किया गया है। मनुष्य के पारिवारिक जीवन में मां की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।। इस पुस्तक में एक बालक के जीवन के संघर्ष की वह कहानी है जिसमें वह जन्म के कुछ दिन बाद ही अपनी मां को खो देता है। इसके बाद उसके जीवन में आने वाली मां का व्यवहार, प्रारंभ में बहुत ही अच्छा रहता है लेकिन अचानक से उसके व्यवहार में परिवर्तन आ जाता है और एक ममता की देवी मां सौतेलापन व्यवहार करने लगती है।
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Mohabbat khwab aur Tum
हेलो अवनि कैसी हो खबर तो मिल गई होगी तुम्हें बहुत शौक था न तुम्हें अनाथ बच्चों की सेवा करने का अब इसकी किमत तुम्हें अनाथ बनकर चुकानी पड़ेगी .. हा हा हा ..! फिर फ़ोन कट गया था और मैं बस हेलो हेलो कर रही थी और विराज जो ड्राइविंग कर रहा था और मुझे देख रहा था वह भी घबराया हुआ था मेरी हालत देखकर और बार बार पूछ रहा था .. “क्या हुआ अवनि किसका फोन था क्या कह रहा था”! और मैं …! मैं — बस जल्दी गाड़ी तेज चलाओ मुझे घर पहुंचना है । मैं कह रही थी और मेरी आंखों से लगातार आंसू बहे जा रह थे ..दिमाग काम नहीं कर रहा था कि वह फोन किसका था और तभी मुझे एहसास हुआ था कि ये आवाज़ कुछ जानी पहचानी थी और फिर मेरे होश उड़ गए थे ये आवाज़ आश्रम के फादर की थी जो कि उस निधि वाले और विराज और मेरे एक्सीडेंट के बाद से फरार थे और उन्होंने अपना बदला मुझसे ऐसे लिया था ..! मेरे तो होश ही उड़ गए थे । मैं बहुत घबरायी हुईं थी और दुबारा उसी नंबर को डायल कर रही थी मगर वह नंबर आऊट आफ नेटवर्क बता रहा था और इसी कशमकश और डर घबराहट में जब हमारी गाड़ी मेरे घर के पास पहुंचने वाली थी तो वहां पर लोगों की बहुत बड़ी भीड़ उमड़ी हुई थी और आसमान में धुआं उठ रहा और सब कुछ काला काला नज़र आ रहा था और हवा में गर्माहट महसूस हो रही थी जैसे आग …. विराज ने गाड़ी वहीं पर रोकी थी और मैं जल्दी से भीड़ को चीरते हुए अन्दर बढ़ी थी ।सब कुछ खतम हो गया नेहा सब कुछ मैं अनाथ आश्रम में काम करते करते खुद अनाथ हो गई हूं फादर ने मेरा बदला मेरे माता-पिता से ले लिया था मैं अनाथ हो … “”! कहते कहते कब मेरी आंखे बंद हो गई थी फिर से मुझे कुछ होश नहीं था ।
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Raghuvanshi – Vachanbadhh Raja Ki Gatha ( Part 1)
रघुवंशी – वचनबद्ध राजा की गाथा। यह किताब एक सस्पेंस थ्रिलर, फिक्शन सीरियल ड्रामा का पहला भाग है। यह वचनबद्ध पर आधारित कहानी है। रघुराज रघुवंशी एक बहुत बड़ें साम्राज्य के वचनबद्ध राजा हैं, अगर राजा रघुराज रघुवंशी का वचन टूटा तो वह स्वयं अपने प्राण त्याग देंगे, वचनबद्ध होने के कारण राजा के जीवन में तरह-तरह की चुनौतियां आती हैं, राजा रघुराज रघुवंशी इन चुनौतियों का सामना कैसे करते है, जानने के लिए पढ़ें “ रघुवंशी ” वचनबद्ध राजा की गाथा ।
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Sami – The Miracle Of Society
समी बच्चे को गोद में उठा मंदिर में पहुंचा और भवानी का स्मरण कर शिव सत्ता को पुकारने लगा, जिसने अर्धनारिश्वर रूप ले सृष्टि का निर्माण किया, उस सत्ता का स्मरण करने लगा और देखते ही देखते वह नारी रूप में परिणित हो गया, वह अब अर्धनारिश्वर था, और अपने वक्ष स्थल से बच्चे को लगा दूध पिला रहा था, सारा गांव जब पलटकर देखता है तो समी उस बच्चे के लिए मां और पिता दोनों ही रूप ले चुका था, वैशाली सदमे में थी…. और जीवाजी अपराध बोध में हाथ जोड़े खड़े थे…।
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Shree – Suno Na
शिव तक मेरी दीवानगी पहुंच चुकी थी.. जाहिर भी था.. मैं भी अपनी भावनाएं शायरी की या ग़ज़ल के रूप में उन तक पहुंचाने लगी थी.. पर बिना प्रतिउत्तर की चाह लिए… वो जो मुझे दे रहे थे वो सिर्फ और सिर्फ मेरे लिए था.. अपनी व्यस्त सी जिंदगी से बचाकर कुछ वक़्त..और इस तरह एक खूबसूरत रिश्ते की शुरूवात हमारे बीच हो गई.. कोई शर्त नहीं कोई चाहत नहीं.. ना पाने की लालसा न खोने का डर… बरसों इस रिश्ते को जी लेंगे इसी तरह.. मुझे लगता है रिश्ते निभाना बहुत आसान और सरल होता है… बस आपसी सामंजस्य सही हो… प्यार तो आबाद ही करता है… ना जाने लोग इसे बर्बादी क्यों कहते हैं..
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Swadesh Chalo
सुजाॅय एक अमीर घर का बिगड़ा हुआ लड़का है। एक छोटी सी गलतफहमी के चलते उसकी शादी माहिरा नाम की मेड से हो जाती है। पर सुजाॅय की आदतों से परेशान माहिरा एक दिन उसे छोड़कर चली जाती है। इसके बाद सुजाॅय को अपनी गलतियों का एहसास भी होता है। माहिरा के अतीत के कुछ राज़ हैं जिनसे सुजाॅय अंजान है। क्या होगा जब उसके अतीत का सच सुजाॅय के सामने आएगा…? आखिर क्या है उसके अतीत की सच्चाई जिसे जान लेने के बाद माहिरा के प्रति सुजाॅय की तड़प और बढ़ जाती है ? क्या वक्त रहते सुजाॅय माहिरा को ढूंढ पाएगा ? और इस दौरान इन दोनों के जीवन में कितनी उथल- पुथल मचेगी ?
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Tumhara Aakhri Khat
जिस दर्द को मुक्ता बीस सालों से अपने मन में छुपाए थी आज वह फिर से हरे हो गए जिस आलोक की यादों को उसने अतीत के गलियारे में दफ़न कर दिया था आज वह बाहर आ गए वह आलोक के सामने जाना नहीं चाहती थी पर रमा की कसम के आगे वह मजबूर थी मुक्ता रमा की किसी बात को टाल नहीं सकती थी क्योंकि रमा मुक्ता के हर दुःख में हर क़दम पर उसके साथ थी आज रमा की इच्छा पूर्ति के लिए ही वह कालेज के ज़लसे में जाने को तैयार हुई थी जबकि उसे पता था वहां उसे आलोक का सामना करना पड़ेगा जो उसके लिए बहुत ही दुःख दायी होगा
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Vasuli
धोत्रे जमील से कहता है “कदम साहब का काम सोच समझ कर करना उनका नाम सुना है ना,बोलते कम हैं ठोकते ज्यादा है,”!! वह पिस्टल का इशारा करता है, !! धोत्रे कहता है , “अभी तुम दोनो कांदिवली चारकोप में जाओगे वहा भरत इंडस्ट्रीज में जा के बोलना बड़े साहब ने भेजा है , वो पैकेट दे दो ,और उधरिच कितना है वो गिन के लेने का वरना ये साले बहुत हरामी होते हैं 10 बोलेंगे नौ डालेंगे, साहब अपनी बजाते हैं, भरत का नंबर लिख ले ,”!! वह नंबर लिखता है,
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