इस पुस्तक में आपको आध्यात्मिक विचारों को पढ़ने का अवसर मिलेगा। आज के समय में ज्यादातर लोग बाहरी दुनिया में ही व्यस्त हैं, लेकिन वे यह भूल जाते हैं कि एक और भी दुनिया है जो अत्यधिक सुंदर व उन्हें शांति देने वाला है। अरे!! ज्यादा दूर मत जाए वह आपका अंतरात्मा ही है। इस पुस्तक से आपको यह प्रेरणा अवश्य मिलेगी कि आपको खुद से जुड़ना है तभी आपको सुख, शांति, खुशी आदि मिल पाएगी। नहीं तो दुनिया परेशान है धन दौलत के पीछे लेकिन हासिल कुछ भी नहीं कर पा रहा है इसलिए खुद की ओर लौटिए और सब कुछ प्राप्त कर लीजिए। “जो नहीं है वह तुम देख रहे हो और जो है वह तुम नहीं देख रहे हो”